सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

रविवार, 7 फ़रवरी 2021

सार्वजनिक क्षेत्र के 12 बड़े बैंकों ने एक कॉल पर पैसा घर पहुंचाने की योजना शुरू की ,ऐसे उठाएं इस योजना का लाभ ।

 अब बैंक आपका पैसा घर-तक ek call पर पहुंचाएगा।
 D.s.b Azent के माध्यम से
 सार्वजनिक क्षेत्र के बड़े बैंकों ने डोर स्टेप बैंकिंग योजना को
 सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखकर इस  योजना
 की शुरुआत की थी ।
 जो कि अब सामान्य सेवा बन चुकी है।
 डोर स्टेप बैंकिंग योजना के तहत बैंक आपके घर आकर
 कैश डिलीवरीी करता है।
 इस सेवा का लाभ लेनेेेे के लिए कस्टमर को एक नंबर पर कॉल करना होता हैै। 
 इस योजनाका लाभ मोबाइल एप्लीकेशन से भी लिया जा सकता है ।

 पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौौद, बैंक ऑफ इंडिया,
इंडियन ओवरसीज बैंक, यूको बैंक,पंजाब एंड सिंध बैंक
यूनियन बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, केनरा बैंक,
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया,सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक
बैंकिंग रिफॉर्म के तहत PSB अलायंस की तरफ से इस योजना 
की शुरुआत की गई है ।
100 बड़े शहरों में प्रथम इस योजना की शुरुआत 
डोर स्टेप बैंकिंग की सेवा अभी 100 बड़े शहरों में उपलब्धध है।
DSB (door step banking) के तहत अभी 4 टाइप की
सेवा उपलब्धध हैै ।
पहला non-financial बैंकिंंंग सर्विस,
कैश विड्रोल, कैैैश डिपाजिट और डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट
 की सुविधा उपलब्ध है ।
PSBDSB की websiteपर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक
 अभी कैश डिपाजिट की सेवा अभी उपलब्ध नहींं है ।
हालांकि विड्रोल की सेवा चाालू है ।
कैश निकालनेेेे के लिए नियम एवं शर्तें अगर आपका
 इन पीएसबी बैंकों में खाताा है ।
तो घर बैठे पैसेेे की निकासी की जा सकती हैै। 
इसके लिए टोल फ्री नंबर 18001037188 
या 18001213721पर कॉल किया जा सकता है ।
लेकिन इस सेवा का लाभ लेने के लिए कस्टमर का
बैंंंंक अकाउंट आधार से लिंक होना  या फिर
डेबिट कार्ड जरूरी हैै ।
मिनिमम ट्रांजैक्शन अमाउंट 1000 रुपए और मैक्सिमम
10 हजार रुपए है इसकेेे अलावा DSB  app
Google Play store se mobile per download
किया जा सकता है यह सेवाा भी उपलब्धध है ।



Sabkesath.blogspot.com

चेतना का पूर्ण मिटाव केसे होता हे।

Great knowledge of soul मित्रो, स्थूल सरीर का  जन्म होता हे और वही मरता हे। सूक्ष्म शरीर बचता हे अपने संस्कार के साथ कर्म को भोगने के लिए अब...